कटनी। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत प्रदेश के पंचायत ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटैल ने रविवार को कटनी नदी के उद्गम स्थल ढीमरखेड़ा कि ग्राम पंचायत भूला के ग्राम जजनगरा और केन नदी के उद्गम स्थल विकासखंड रीठी के ग्राम पंचायत घनिया में पहंुचे। जहां पर उन्होंने नदी के उद्गम स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटैल ने जनसंवाद कार्यक्रम को संबोधित किया।
जनसंवाद कार्यक्रम में मंत्री प्रहलाद पटैल ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत जो अनुभव ये है कि उद्गम स्थल पर लोग लौटकर नहीं जाते हैं, केन नदी से मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के लोग पीढ़ियों से अपने परिवार और समाज की संपन्नाता प्राप्त कर रहे हैं, लेकिन कोई भी उद्गम की ओर लौट कर नहीं आया। उन्होंने कहा कि उद्गम में स्रोत होगा तब नदी का अस्तित्व होगा। नदी का अस्तित्व होगा, तब हमारा जीवन होगा। हमारी संस्कृति, हमारी जीवन शैली होगी। ये सब नदियों से लगी हुई है।
एक नदी सूखती है तो एक संस्कृति नष्ट हो जाती है एक जीवन शैली समाप्त हो जाती है। हर नदी का अपना तासीर है उसकी अपनी वनस्पति, उसके किनारे रहने वाले लोगों का मिजाज अलग होता है। उन्होंने कहा वे दूसरी बार भी इस महीने नदी के उदगम में आउंगा। उन्होंने कहा कि पौधारौपण करना और पौधे को जिंदा रखना भी जरुरी है। कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष दीपक सोनी टंडन, विधायक संदीप जायसवाल, विधायक प्रणय पांडेय सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
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